एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए यह उपलब्धियां वाला वर्ष है और 2025 भी यादगार रहेगा। इस दौरान कंपनी अपने अहम प्रोजेक्ट पूरा करने जा रही है। खासतौर पर मुंबई से पुणे के बीच यात्रा करने वाले लोगों को काफी लाभ मिलने वाला है। फायदे का कारण होगा सफर के बीच की दूरी का काम हो जाना। एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा तैयार किया जा रहे मिसिंग लिंक से मुंबई से पुणे के बीच का सफर करने वाले यात्री जून 2025 से अपने गंतव्य स्थान तक 25 मिनट पहले पहुंच सकेंगे। यात्रा की अवधि घटाने वाला मिसिंग लिंग प्रोजेक्ट का काम अब अंतिम चरण में है। मिसिंग लिंक के बन जाने से 19 किलोमीटर की दूरी घटकर 13.3 किलोमीटर तक सिमट जाएगी।
एफकॉन्स द्वारा खोपोली में बनाया जा रहा देश का सबसे ऊंचा केबल ब्रिज हवा की 250 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को भी झेल सकता है। केबल ब्रिज तैयार करने वाली एफकॉन्स के मैनेजिंग डायरेक्टर एस परम सिवन ने बताया कि जिस परिसर में यह ब्रिज बन रहा है वहां सामान्य तौर पर 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे और अधिकतम 50 किलोमीटर की स्पीड से हवा चलती है। इसी ब्रिज पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से वहां दौड़ेंगे।
मुंबई पुणे एक्सप्रेस वे से आने वाले वाहन एक पहाड़ में बने टनल के माध्यम से मिसिंग लिंक में प्रवेश करेंगे। इस ब्रिज की आयु करीब 100 वर्ष की है। मुंबई पुणे मिसिंग लिंग मार्ग पर 9 किलोमीटर लंबी भूमिगत सुरंग होगी। इसी सुरंग में अग्नि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सुरंग से गुजरने वाली गाड़ियों में आग जैसे हादसे की स्थिति से निपटने के लिए यूरोप की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े अधिकारी मलिकार्जुन राव ने बताया कि टनल से वाहन 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरेंगे।