ओडिशा की औद्योगिक विकास और निवेश की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर मुंबई में हुए सफल रोड शो में प्रकाश डाला गया। दिल्ली के बाद यह इस ग्लोबल इन्वेस्टमेंट रोड शो का दूसरा पड़ाव था। माननीय मुख्यमंत्री श्री मोहन चरण माझी के नेतृत्व में संपन्न हुए इस हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम ने 28-29 जनवरी, 2025 को भुवनेश्वर में होने वाले उत्कर्ष ओडिशा- मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025 की तैयारियों को आगे बढ़ाया।
मुंबई के कार्यक्रम में उद्योग के शीर्ष नेताओं और प्रभावशाली व्यापारियों ने भाग लेकर ओडिशा के बढ़ते निवेश परिदृश्य पर केंद्रित रणनीतिक चर्चाओं में भाग लिया। माननीय मुख्यमंत्री श्री माझी ने अपने मुख्य भाषण में कौशल-संचालित उद्योगों के केंद्र के रूप में ओडिशा के तेजी से हो रहे परिवर्तन को रेखांकित किया, जिसमें आईटी, कपड़ा, नवीकरणीय ऊर्जा, प्लास्टिक, रसायन और पेट्रोकेमिकल जैसे क्षेत्रों पर ज़ोर दिया।
माननीय मुख्यमंत्री ने प्रमुख उद्योगपतियों के साथ आमने-सामने बैठकें की। प्रमुख क्षेत्रों में संभावित सहयोग पर चर्चाएं की गई, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों निवेशकों के लिए पसंदीदा निवेश डेस्टिनेशन के रूप में ओडिशा का स्थान मज़बूत करने पर ज़ोर दिया गया।
मुंबई रोड शो की मुख्य झलकियां:
आईटी, रसायन, पेट्रोकेमिकल्स, विनिर्माण, प्लास्टिक और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों के दिग्गजों के साथ उच्च स्तरीय व्यावसायिक जुड़ाव।
फ़ूड प्रोसेसिंग पार्क, गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स हब के विस्तार जैसी चल रही पहलों पर प्रकाश डाला गया।
पूर्वोदय योजना जैसी राष्ट्रीय विकास रणनीतियों के साथ ओडिशा में उठाए जा रहे कदम यह सुनिश्चित करते हैं कि यह राज्य भारत के समग्र आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
दिल्ली के बाद मुंबई में हुए इस रोड शो ने दिखा दिया कि ओडिशा भारत के औद्योगिक विकास के सफर में एक महत्वपूर्ण सहयोगी है। ओडिशा सरकार के मुख्य सचिव श्री मनोज आहूजा ने उद्घाटन भाषण में कार्यक्रम का संदर्भ स्पष्ट किया, जिसके बाद उद्योग के प्रमुख सचिव श्री हेमंत शर्मा ने राज्य की औद्योगिक शक्तियों और अवसरों को रेखांकित करते हुए एक विस्तृत प्रस्तुति दी। ओडिशा के व्यापक इन्फ्रास्ट्रक्चर प्लान, विश्व स्तरीय कौशल इकोसिस्टम और रणनीतिक स्थान चर्चा के मुख्य बिंदु थे।
ओडिशा की बढ़ती औद्योगिक ताकत पर विचार करते हुए, माननीय मुख्यमंत्री श्री मोहन चरण माझी ने कहा, “ओडिशा अपने व्यापार-अनुकूल वातावरण के साथ अपार अवसर प्रदान करता है जो BRAP 2022 में मान्यता के माध्यम से प्रदर्शित होता है। सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम और GO-SWIFT जैसी पहलों के साथ, हमारा राज्य सुव्यवस्थित निवेश प्रक्रियाओं को सुनिश्चित करता है। भारत के पूर्वी तट पर इसका रणनीतिक स्थान, मज़बूत इन्फ्रास्ट्रक्चर और वैश्विक बाज़ारों तक पहुंच ने ओडिशा को औद्योगिक विकास का केंद्र बनाया है। ओडिशा का कुशल कार्यबल और मजबूत शासन निवेशकों को एक उत्साहपूर्ण इकोसिस्टम में शामिल होने और उत्कर्ष ओडिशा कॉन्क्लेव 2025 में भाग लेने के लिए आमंत्रित करता है।”
माननीय उद्योग मंत्री श्री संपद चंद्र स्वैन ने ओडिशा के रणनीतिक लाभों पर जोर दिया, “ओडिशा अपनी समृद्ध विरासत और भारत के पूर्वी तट पर रणनीतिक स्थान के साथ एक आधुनिक औद्योगिक केंद्र बनने के लिए तैयार है। माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और “पूर्वोदय योजना” के साथ कदम उठाते हुए, ओडिशा भारत के विकास का केंद्र बन रहा है। गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर, फ़ूड प्रोसेसिंग पार्क और लॉजिस्टिक्स हब जैसी पहलों के माध्यम से राज्य में एक सहज कारोबारी माहौल बना हुआ है। ओडिशा उद्योगों को अपने मज़बूत बुनियादी ढांचे, कुशल कार्यबल और सहायक सरकारी नीतियों का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित करता है। भुवनेश्वर में आगामी उत्कर्ष ओडिशा – मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025 साझेदारी के अवसर तलाशने और ओडिशा की औद्योगिक प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा।
मुंबई रोड शो के सफल समापन के साथ, ओडिशा ने एक ऐतिहासिक निवेश शिखर सम्मेलन के लिए एक मजबूत नींव रखी है। इसमें 500 से अधिक उपस्थित लोगों में उद्योग जगत के दिग्गज नेता भी शामिल थे। मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025 में शीर्ष वैश्विक व्यवसायों को आकर्षित करने और प्रमुख क्षेत्रों में प्रमुख निवेश सुरक्षित करने का वचन दिया गया है, जो ओडिशा की एक प्रमुख औद्योगिक और नवाचार केंद्र के रूप में प्रतिष्ठा को मज़बूत करेगा।